tag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post5009443915995554778..comments2023-08-21T20:08:03.188+05:30Comments on ॥ भारत-भारती वैभवं ॥: ताजमहल की असलियत ... एक शोध -- 8Amit Sharmahttp://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-61789365017664441062013-09-18T14:05:51.178+05:302013-09-18T14:05:51.178+05:30सभी दोस्तों को मेरा नमस्कार दोस्तों जब तक हमारी ...सभी दोस्तों को मेरा नमस्कार दोस्तों जब तक हमारी शिक्षा व्यवस्था सही नहीं होगी तब तक हमें यही देखने और सुनने को मिलेगा की ये ईमारत इस मुग़ल ने और वो ईमारत उस मुस्लिम शाशक ने बनवाई क्यों की मेरा मानना है की हमें हमारा इतिहास तोड़ मरोड़ के पढाया जाता है l गौर कीजिये की हमारी किताबों में हमारे महान शाशकों के बारें में क्या पढाया जाता है सिर्फ इतना की <br /><br />1 .महाराणा प्रताप ने घास की रोटी खायी और हल्दीघाटी का युद्ध<br />2. प्रथ्विराज चोहान <br />3. अशोक महान का कलिंग युद्ध <br /><br />और छोटी मोटी जानकारी या कहें की इनकी पराजय की कहानी बस <br /><br />दूसरी तस्वीर देखिये की मुस्लिम शाशकों के बारे में कितना बढ़ा चढ़ा के बताया जाता है की <br /><br />अकबर महान था <br />मोहम्मद साहब के बारे में <br />मोहम्मद गोरी वाह <br />बहादुर शाह जफ़र <br />औरंगजेब <br />शाह जहाँ <br /><br />जबतक ये नहीं बताया जायेगा की इनलोगों ने हिन्दू महलों और मंदिरों को तोड़ कर लूट कर <br />उसको खुद बनवाया जैसी भ्रामक बातों की सच्चाई नहीं बताई जाएगी तब तक तो सब इन्होने ही बनवाया यही पढ़ा, सुना और सुनाया जायेगा l <br /><br />जागो सोनेवालों देश और देश का इतिहास खतरे में है l <br /><br />जय हिन्द <br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13500303420602709194noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-74989417374139928422013-04-30T15:30:15.232+05:302013-04-30T15:30:15.232+05:30pratul ji itihaas ka gyaan mujhe zyada to nhi he ...pratul ji itihaas ka gyaan mujhe zyada to nhi he lekin ruchi bhut he. aapka lekh padkr mn me utsukta bad gyi he. me ye janna chati hu ki agr tajmahl ka nirman shahjha ne nhi kiya to yeh kiski adhbhut rachna he?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-45115535651741190532013-03-30T18:37:19.258+05:302013-03-30T18:37:19.258+05:30@ पवन जी, ताजमहल पर पंडित कृष्ण कुमार पाण्डेय जी न...@ पवन जी, ताजमहल पर पंडित कृष्ण कुमार पाण्डेय जी ने जो शोध किया है उसे पूरे मनोयोग से पहले पढ़ना और फिर उसमें व्याकरणिक त्रुटियों को निकालना ही मेरा कार्य है ... ये कार्य होते ही अगला अंक प्रकाशित करूँगा .... <br /><br /><br />पवन जी और सुज्ञ जी, दायित्व बोध कराने के लिए आपका बहुत आभारी हूँ।प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-67267181428861302772013-03-30T18:35:33.646+05:302013-03-30T18:35:33.646+05:30@ प्रेम सरोवर में प्रशंसा के गोते खाना अत्यंत सुखद...@ प्रेम सरोवर में प्रशंसा के गोते खाना अत्यंत सुखद रहा ... इस बार की डुबकी ऎसी थी जो छह मास तक लगी रही।प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-84197735599277519382013-03-30T18:34:48.276+05:302013-03-30T18:34:48.276+05:30@ मधुसूदन जावेरी जी, आपकी प्रतिक्रिया पर आभार व्यक...@ मधुसूदन जावेरी जी, आपकी प्रतिक्रिया पर आभार व्यक्त करने में इतना अधिक विलम्ब हुआ कि दिवाली (अमा) और होली (पूर्णिमा) धूम-धड़ाका करके चले गए लेकिन सत्य फिर भी ज्यूँ का त्यूँ बना हुआ है।प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-87950373752153503642013-03-30T12:51:49.333+05:302013-03-30T12:51:49.333+05:30ताजमहल की असलियत भाग -9 kahan hai pratul ji? ताजमहल की असलियत भाग -9 kahan hai pratul ji? Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/18392610556434694872noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-39762274777484372902012-09-04T20:05:41.464+05:302012-09-04T20:05:41.464+05:30ताजमहल पर अच्छी जानकारी प्रदान करती आपकी यह पोस्ट ...ताजमहल पर अच्छी जानकारी प्रदान करती आपकी यह पोस्ट प्रशंसनीय है। मेरे नए पोस्ट पर आप आमंत्रित हैं । धन्यवाद ।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-45249542667942173242012-09-02T21:41:18.823+05:302012-09-02T21:41:18.823+05:30एक गर्भ सत्य पर पडा पर्दा हटाने का सफल तर्क इस लेख...एक गर्भ सत्य पर पडा पर्दा हटाने का सफल तर्क इस लेख द्वारा किया गया। <br />धन्यवाद।Madhusudan Jhaverihttps://www.blogger.com/profile/17195499710829178937noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-76826938368933643922012-09-01T18:01:06.078+05:302012-09-01T18:01:06.078+05:30आनंद जी,
आप हमारे सभी उन कार्यों में सहयोगी रहे ...आनंद जी, <br /><br />आप हमारे सभी उन कार्यों में सहयोगी रहे हैं... जो सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षा देते हैं. <br /><br />धन्यवाद काहे का... हम सभी एक मिशन में जो लगे हैं.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-34582994555491828722012-09-01T17:59:07.835+05:302012-09-01T17:59:07.835+05:30मुस्कुराते हुए नाराजगी व्यक्त करना तो कोई आपसे सीख...मुस्कुराते हुए नाराजगी व्यक्त करना तो कोई आपसे सीखे.... <br /><br />जल्दबाजी में कभी-कभी बुजुर्ग लोग अपने कमेन्ट 'छपने वाली टोकरी' की बजाय 'रद्दी टोकरी' में रख जाते हैं. क्या करें? :)प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-72413728235852063812012-09-01T17:55:44.293+05:302012-09-01T17:55:44.293+05:30सुशील जी,
आपको ये शोधपरक आलेख सुन्दर लगा.... लगा ...सुशील जी, <br />आपको ये शोधपरक आलेख सुन्दर लगा.... लगा आपने सभी तथ्यों का समर्थन किया.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-90107072351969542332012-09-01T17:53:56.967+05:302012-09-01T17:53:56.967+05:30अमित जी, यथार्थ को जो लोग आज़ नकारते हैं... उसके प...अमित जी, यथार्थ को जो लोग आज़ नकारते हैं... उसके पीछे कुछ नकली पंडितों का हाथ रहा है... यह सब षड्यंत्र के तहत ही हुआ है.<br /><br />नकली पंडित से मेरा मतलब समझ रहे हैं ना!! ............. पहले PMप्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-16032158227408639702012-09-01T17:53:27.106+05:302012-09-01T17:53:27.106+05:30सञ्जय जी, सौन्दर्यबोध जगा हुआ हो तो ताज देखकर विस्...सञ्जय जी, सौन्दर्यबोध जगा हुआ हो तो ताज देखकर विस्मय होना स्वभाविक है... लेकिन प्रेमबोध जगा हुआ हो तो ताज देखकर प्रेमिका को झूठे आश्वासन देना स्वभाविक है.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-42916668456144925652012-09-01T17:52:59.736+05:302012-09-01T17:52:59.736+05:30सुज्ञ जी, झूठ से परदा हटाने वालों को तो सर-माथे बै...सुज्ञ जी, झूठ से परदा हटाने वालों को तो सर-माथे बैठाना ही चाहिए.... झूठ को हकीकत के फ्रेम में डालने वालों का नकाब हटाना ही होगा.<br /><br />ये कौन लोग थे? उन्होंने ऐसा क्यों किया किया? .... इस पर चिंतन किया जाना जरूरी है.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-58524800556850481832012-08-29T07:09:38.924+05:302012-08-29T07:09:38.924+05:30kafi saargarbhit lekh
dhanyvadkafi saargarbhit lekh<br />dhanyvadSANSKRITJAGAThttps://www.blogger.com/profile/12337323262720898734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-39138843825477820602012-08-29T00:17:40.563+05:302012-08-29T00:17:40.563+05:30क्यूं भाई साहब, हमारा कमेन्ट क्यों नहीं छापते? नार...क्यूं भाई साहब, हमारा कमेन्ट क्यों नहीं छापते? नाराजगी है भी तो ऐसे निकालोग? :)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-23763141525195314742012-08-28T20:17:08.247+05:302012-08-28T20:17:08.247+05:30सुंदर आलेख !सुंदर आलेख !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-43265859007214035832012-08-28T20:00:02.544+05:302012-08-28T20:00:02.544+05:30राक्षसों ने हमें संस्कृति से काटने के लिए हमें अपन...राक्षसों ने हमें संस्कृति से काटने के लिए हमें अपने इतिहास से दूर किया और हिराकत पैदा की , पर हम इतने नीच क्यों है कि हकीकत सामने आने पर भी उसे मानने को तैयार नहीं होते , वह भी बिना विश्लेषण किये ही , यथार्थ को नकार देते हैं. धिक्कार है हमें .<br /><br />**************<br /><br />आभार इस श्रंखला के प्रकाशन के लिए !Amit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-17195303307709788252012-08-28T17:18:40.286+05:302012-08-28T17:18:40.286+05:30ये सब पढ़ तो अब रहा हूँ लेकिन पता नहीं क्यों तीन ब...ये सब पढ़ तो अब रहा हूँ लेकिन पता नहीं क्यों तीन बार ताजमहल जाना हुआ है, अन्दर एक बार गया हूँ और दो बार बाहर ही बैठा रहा| मैं इस अनादर को अपने अन्दर सौन्दर्यबोध, प्रेम भाव वगैरह का अभाव मानता रहा क्योंकि सारी दुनिया इसे प्रेम की निशानी के रूप में दिखता है और मुझे ये एक बादशाह के द्वारा किया गया भौंडा काम ही दिखा|<br />इस शोध को साझा करने के लिए प्रतुल जी का आभार|संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1075080103501088483.post-11040952522538454602012-08-28T16:35:53.410+05:302012-08-28T16:35:53.410+05:30तार्किक विश्लेषण, प्रतुल जी
पंडित कृष्ण कुमार पाण्...तार्किक विश्लेषण, प्रतुल जी<br />पंडित कृष्ण कुमार पाण्डेय का आभार इस शोध के लिए…सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.com